सिबिल स्कोर

सिबिल स्कोर क्या है ? | Best Information – 2023

सिबिल स्कोर एक आंकड़ा होता है जो आपकी वित्तीय इतिहास के आधार पर आपकी क्रेडिट वर्षा का अंकन करता है। यह आंकड़ा आमतौर पर क्रेडिट रिपोर्टिंग एजेंसियों द्वारा प्रदान किया जाता है जो आपके वित्तीय विवरणों को ट्रैक करते हैं।

सिबिल स्कोर की संख्या 300 से 900 तक होती है, जहाँ 900 सबसे अधिक होती है और 300 सबसे कम। यह संख्या आपकी क्रेडिट वर्षा या क्रेडिट रेटिंग को दर्शाती है। यह एक विश्वसनीय और मान्यता प्राप्त आंकड़ा है जो आपकी वित्तीय इतिहास के आधार पर आपकी वित्तीय भविष्यवाणियों का अंदाज़ा लगाने में मदद करता है।

सिबिल स्कोर कितना जरूरी है।?

सिबिल स्कोर आपकी क्रेडिट वर्षा का मापदंड होता है जो आपके वित्तीय इतिहास के आधार पर तैयार किया जाता है। यह बैंक, वित्तीय संस्थाएं, क्रेडिट कार्ड कंपनियों और अन्य ऋण दाताओं द्वारा आपके वित्तीय प्रदर्शन की जाँच के लिए उपयोग किया जाता है।

अधिकतर बैंक और वित्तीय संस्थाएं 700 से अधिक सिबिल स्कोर को उच्च और आकर्षक मानते हैं। यदि आपका सिबिल स्कोर 700 से अधिक है, तो आपको आकर्षक ब्याज दर और ऋण के अन्य शर्तों के साथ ऋण प्राप्त करने में आसानी होगी। लेकिन, सिबिल स्कोर एकमात्र आंकड़ा नहीं है जो आपको ऋण प्राप्ति के लिए पात्र या अपात्र बनाता है। वित्तीय संस्थाएं और ऋण दाताओं द्वारा बनाई जाने वाली नीतियों और मानदंडों का भी महत्व होता है जो आपके वित्तीय प्रदर्शन के अलावा अन्य तत्वों के आधार पर आधारित होते हैं।

सिबिल स्कोर से क्या मदद मिलती है ?

सिबिल स्कोर आपके वित्तीय इतिहास के आधार पर बनाया गया आंकड़ा है जो बैंक, वित्तीय संस्थाएं और अन्य ऋण दाताओं द्वारा आपके वित्तीय प्रदर्शन की जांच के लिए उपयोग किया जाता है। निम्नलिखित तरीकों से सिबिल स्कोर से मदद मिलती है:

  1. ऋण प्राप्ति: सिबिल स्कोर का प्रयोग आपके ऋण प्राप्ति पर असर डालता है। उच्च सिबिल स्कोर आपको ऋण प्राप्त करने में आसानी प्रदान करता है, इसलिए यह आपके लिए उपयोगी होता है।
  2. व्यापार वित्तीय सेवाएं: कुछ व्यापार वित्तीय सेवाएं जैसे क्रेडिट कार्ड, ऋण आदि भी सिबिल स्कोर का उपयोग करती हैं। उच्च सिबिल स्कोर आपको व्यापार वित्तीय सेवाओं के लिए अधिक सक्षम बनाता है।
  3. ब्याज दर: सिबिल स्कोर आपकी ब्याज दर पर भी असर डालता है। उच्च सिबिल स्कोर आपको कम ब्याज दर और बेहतर ब्याज दर के लिए पात्र बनाता है।
  4. वित्तीय स्थिरता: एक उच्च सिबिल स्कोर आपको वित्तीय स्थिरता दर्शाता है

सिबिल स्कोर से क्या मदद मिलती है ?

सिबिल स्कोर के विभिन्न प्रकार होते हैं, जो निम्नलिखित हैं:

  1. सिबिल ट्रांसफर अभिलेख (CIBIL TransUnion Score): यह सिबिल स्कोर का सबसे प्रसिद्ध प्रकार है और भारत के अधिकांश ऋण दाताओं द्वारा उपयोग किया जाता है। यह आंकड़ा 300 से 900 तक का होता है।
  2. एक्सपीरियन (Experian) स्कोर: एक्सपीरियन स्कोर भी ऋण दाताओं द्वारा उपयोग किए जाते हैं और यह भी 300 से 900 तक का होता है।
  3. ईक्विफैक्स (Equifax) स्कोर: ईक्विफैक्स स्कोर भी ऋण दाताओं द्वारा उपयोग किए जाते हैं और यह भी 300 से 900 तक का होता है।
  4. हाई मार्क (Highmark) स्कोर: हाई मार्क स्कोर भी भारत के कुछ ऋण दाताओं द्वारा उपयोग किए जाते हैं और यह भी 300 से 900 तक का होता है।

इन सभी स्कोरों का अनुमानित अंक वित्तीय इतिहास, क्रेडिट रिपोर्ट, ऋण निपटान और वित्तीय प्रदर्शन जैसे कई तत्वों के आधार पर बनाया जाता है।

लोन लेने के लिए कितना सिबिल होना चाहिए ?

लोन लेने के लिए सिबिल स्कोर का उचित स्तर विभिन्न बैंकों और ऋण दाताओं द्वारा अलग-अलग हो सकता है। लेकिन आमतौर पर, सिबिल स्कोर कम से कम 750 होना चाहिए ताकि आप अधिकतम ऋण राशि के लिए अर्जित कर सकें।

यदि आपका सिबिल स्कोर 750 से कम है, तो भी आप लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं, लेकिन आपको अधिक व्याज दर भुगतान करने की आवश्यकता हो सकती है। अतः जितना हो सके उतना अधिक सिबिल स्कोर होना उतना ही फायदेमंद होगा।

सिबिल ख़राब कब होता है ?

सिबिल स्कोर किसी व्यक्ति के क्रेडिट रिपोर्ट का एक अंश होता है जो उनकी क्रेडिट वित्तीय इतिहास का अनुमान लगाता है। यह अंक 300 से 900 तक होता है। जब सिबिल स्कोर कम होता है तो इसका मतलब होता है कि आपने अपनी भुगतान की कुछ बिलों या ऋणों के भुगतान में असफलता प्राप्त की है या फिर आपने नियमित तौर पर भुगतान नहीं किया है।

सिबिल स्कोर निम्नलिखित कारणों से खराब हो सकता है:

  1. अधिक ऋण के लिए आवेदन करना।
  2. नियमित तौर पर भुगतान न करना या कर्ज चुकाने में असफलता प्राप्त करना।
  3. क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान न करना।
  4. बिल का भुगतान अनुमानित समय से लंबा हो जाना।
  5. क्रेडिट रिपोर्ट में त्रुटि होना।

इसलिए, सिबिल स्कोर खराब होने से बचने के लिए, आपको अपने बिलों और ऋणों के भुगतान को समय पर करना चाहिए और क्रेडिट कार्ड के बिल का समय पर भुगतान करना चाहिए।

कितना सिबिल स्कोर अच्छा मन जाता है ?

सिबिल स्कोर का रेंज 300 से 900 तक होता है। जैसा कि उपरोक्त उत्तरों में बताया गया है, एक अच्छा सिबिल स्कोर आपके क्रेडिट रिपोर्ट में अच्छी गतिविधियों को दर्शाता है जो उच्च सिबिल स्कोर के लिए जरूरी होती हैं।

एक अच्छा सिबिल स्कोर आमतौर पर 750 से ऊपर माना जाता है। यह बैंकों और ऋण लेने वालों के लिए आपको क्रेडिट योग्यता में उच्चतम स्तर प्रदान करने में मदद करता है और आपको कम ब्याज दर पर ऋण प्रदान करने के लिए अधिक सक्षम बनाता है।

ख़राब सिबिल कैसे ठीक करें ?

अगर आपका सिबिल स्कोर खराब है, तो आप कुछ चरणों को अपना कर उसे ठीक कर सकते हैं।

  1. क्रेडिट रिपोर्ट की जाँच करें: अपने क्रेडिट रिपोर्ट की जाँच करें और उसमें कोई गलत जानकारी होने पर उसे सही करें।
  2. विवादित जानकारी को ठीक करें: यदि कोई विवादित जानकारी हो तो उसे सही करने के लिए उस निकटतम क्रेडिट ब्यूरो से संपर्क करें।
  3. अपने बकाया भुगतान करें: अपने बकाया भुगतान करने के लिए समय पर अपने ऋणों और बिलों का भुगतान करें।
  4. क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान समय पर करें: क्रेडिट कार्ड बिल का समय पर भुगतान करें ताकि वह आपके सिबिल स्कोर को नुकसान न पहुंचाए।
  5. क्रेडिट लिमिट कम करें: क्रेडिट लिमिट को बढ़ाने से बचें और उसे अधिकतम 30% तक ही उपयोग करें।
  6. नए क्रेडिट एकाउंट न खोलें: नए क्रेडिट एकाउंट नहीं खोलने से बचें ताकि आपका सिबिल स्कोर नुकसान न हो।
  7. सटीकता से जाने और अपने सिबिल स्कोर को बेहतर बनाने के लिए सलाह लें:

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